कंप्यूटरों का वर्गीकरण (Computer Classification)

 1. कंप्यूटर अपनी डेटा प्रसंस्करण क्षमता के आधार पर        वर्गीकृत किया जा सकता है। कम्प्यूटर उनके उद्देश्य, डेटा को संभालने की क्षमता, कार्यक्षमता, आकार, भंडारण क्षमता और प्रदर्शन के आधार पर वर्गीकृत किए गए हैं।

2. अनुप्रयोग, आकार  और उद्देश्य के आधार पर वर्गीकरण 

(Classification based on Application, Size and purpose)

 कंप्यूटर एक बड़े कमरे के आकार तक बड़ा और एक लैपटॉप के रूप में छोटा होसकता है या मोबाइल में माइक्रो नियंत्रक और एम्बेडेड सिस्टम तक के आकार के हो सकते हैं। कम्प्यूटर्स के चार प्रकार हैं: सुपर कंप्यूटर, मैनफ्रेम कंप्यूटर, मिनी कंप्यूटर और माइक्रो कंप्यूटर ।

कम्प्यूटरों का वर्गीकरण

(Classification of Computer)

वर्तमान में विभिन्न प्रकार के कम्प्यूटर प्रयोग में लिए जाते हैं, इन विभि प्रकार के कम्प्यूटरों का वर्गीकरण निम्नानुसार है-

(A) अनुप्रयोग के आधार पर (Based on Application)

(B) आकार के आधार पर (Based on Size)

(C) उद्देश्य के आधार पर (Based on Purpose)

कम्प्यूटर का वर्गीकरण 

(A) अनुप्रयोग के आधार पर (Based on Application)

(i) एनालॉग

(ii)डिजिटल

(iii)हाइब्रिड

(i) एनालॉग -> 1. एनालॉग कम्प्यूटर (Analog Computer)

भौतिक राशियों जैसे ताप, दाब, विद्युत प्रवाह, लम्बाई आदि को मापने (Measure) हेतु एनालॉग कम्प्यूटर प्रयुक्त होता है।

* एनालॉग कम्प्यूटर में डेटा का मापन सतत् या निरन्तर (Continuous) होता है।

* यह कम्प्यूटर डेटा के बढ़ते या घटते क्रम को सिग्नल या पल्स के द्वारा दिखाता है।

विश्व के प्रथम एनालॉग कम्प्यूटर के जनक 'साइबोर्ग' थे।

नोटः- वाहनों की गति मापने हेतु स्पीडोमीटर/माइलोमीटर में तथा चिकित्सा क्षेत्र में प्रयुक्त थर्मामीटर, वोल्टमीटर में विद्युत मीटर में, इंजीनियरिंग एवं इण्डस्ट्रीज में भी एनालॉग कम्प्यूटर का प्रयोग किया जाता है।

(ii)डिजिटल ->  

डिजिटल कम्प्यूटर (Digital Computer)

* कम्प्यूटर सम्बन्धी सामान्य कार्य हेतु मानव के दैनिक जीवन में सबसे ज्यादा उपयोग में डिजिटल कम्प्यूटर ही आता है। जैसे- विद्यार्थी पढ़ने हेतु, कर्मचारी कार्यालय का कार्य करने हेतु, अकाउन्टेन्ट अकाउन्टिंग का कार्य करने हेतु एवं विभिन्न शॉपिंग मॉल, दुकान वगैरह में डिजिटल कम्प्यूटर का प्रयोग होता है।

* डिजिटल कम्प्यूटर मशीनी या द्विआधारी भाषा को समझता है।

* डिजिटल कम्प्यूटर गणना एवं तर्क के सिद्धान्त पर कार्य करता है। नोटः - डिजिटल कम्प्यूटर में सिग्नल (Signal) अथवा संकेत असंतत् अर्थात निरन्तर नहीं होते हैं।

(iii)हाइब्रिड -> 

3. हाइब्रिड कम्प्यूटर (Hybrid Computer)

Hybrid Computer डिजिटल एवं एनालॉग दोनों कम्प्यूटरों की विशेषताओं को दर्शाता है। डिजिटल कम्प्यूटर नियन्त्रक के रूप में कार्य करता है। यह तार्किक एवं गणितीय ऑपरेशन करता है जबकि Analog Computer विभिन्न प्रकार की Complex equations को हल करने हेतु प्रयुक्त होता है।

* हाइब्रिड कम्प्यूटर का प्रयोग ऐसे क्षेत्र में किया जाता है, जहाँ एनालॉग डेटा को इकट्ठा करके डिजिटल प्रारूप में दर्शाया जाता है।

जैसे - किसी चिकित्सालय में मरीजों की हृदयगति (Heartbeat), रक्तचाप (Blood Pressure) एवं तापमान (Temperature) को मशीनों द्वारा मापकर Digital रूप में दिखाया जाता है।

* हाइब्रिड कम्प्यूटर ताप, गति, प्रवाह आदि संकेतों पर कार्य करते हुए गणना तथा तार्किक क्रियाएँ करने का कार्य भी कर सकते हैं।

*हाइब्रिड कम्प्यूटर का उपयोग चिकित्सा क्षेत्र में, पेट्रोल पंप पर लगी मशीन में, वायुयान एवं फाइटर प्लेन आदि में होता है।

(B) आकार के आधार पर (Based on Size)

*आकार (Size) के आधार पर कम्प्यूटर चार प्रकार के होते हैं, जो निम्नानुसार है-

1. माइक्रो कम्प्यूटर (Micro Computer) - माइक्रो कम्प्यूटर ऐसे कम्प्यूटर होते हैं, जो आकार में छोटे, कम स्टोरेज वाले, एवं सामान्य कार्यक्षमता वाले कम्प्यूटर होते हैं।

* माइक्रो कम्प्यूटर को कम्प्यूटर ऑन ए चिप (Computer on a Chip) भी कहा जाता है।

* माइक्रो कम्प्यूटर में डेस्कटॉप कम्प्यूटर, लैपटॉप कम्प्यूटर, पॉमटॉप कम्प्यूटर, नोटबुक कम्प्यूटर, टैबलेट कम्प्यूटर एवं PDA श्रृंखला के कम्प्यूटर शामिल हैं।

* माइक्रोकम्प्यूटर की घड़ी का वेग MHz में नापा जाता है।

* माइक्रो कम्प्यूटर को Personal Computer (पर्सनल कम्प्यूटर) या PC भी कहा जाता है। Personal Computer के उदाहरण निम्नानुसार हैं-

Desktop--- जिसको डेस्क (टेबल) पर रखकर चलाया जा सके

Laptop--- जिसको लैप (गोद) में रखकर चलाया जा सके।

Palmtop--- जिसको पॉम (हथेली) पर रखकर चलाया जा सके।

नोट:->

☆ लैपटॉप को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जा सकता है अर्थात Laptop Computer पोर्टेबल होते हैं।

☆ पॉमटॉप हैण्डहेल्ड ऑपरेटिंग सिस्टम का प्रयोग करता है।

◇ Tablet PC पर यूजर बिना Key-board अंगुलियों की सहायता से भी लिख सकता है, किन्तु Notebook PC पर लिखने हेतु Keyboard की आवश्यकता होती है।

◇ PDA का पूर्ण रूप Personal Digital Assistant होता है, यह डिजिटल डायरी के रूप में एक पोर्टेबल कम्प्यूटर है। इसका उपयोग छोटे आँकड़ों एवं सूचनाओं जैसे फोन नम्बर, ई-मेल आदि को Store करने हेतु किया जाता है। वर्तमान में प्रयुक्त Mobile Phone भी PDA श्रृंखला में शामिल है।

◇ क्लाइन्ट सर्वर सिस्टम (Client Server System) क्लाइन्ट माइक्रो कम्प्यूटर होते हैं। Client कम्प्यूटर सर्वर से सेवाओं के लिए Request करते हैं।

◆ Client Front-End एप्लिकेशन के रूप में भी जाना जाता है।

☆ PDA कम्प्यूटर को हैंडहेल्ड पीसी भी कहा जाता है।

एक Personal Computer के रूप में Micro Computer की मॉस-मार्केटिंग करने वाली पहली फर्म रेडियो शक्स (Radio shaks) थी।

* प्रथम एप्पल कम्प्यूटर Apple-1 या जो Apple Inc द्वारा बनाया गया।

"थिंकपैड (Think pad)" नामक लैपटॉप IBM कम्पनी द्वारा बनाया गया।

IBM PC का एक संस्करण PC-XT है जिसका पूर्ण रूप Personal Computer Extended Technology है।

2. मिनी कम्प्यूटर (Mini Computer) - Mini

 Computer मध्यम आकार (Medium Size) के कम्प्यूटर होते हैं, जिनकी कार्यक्षमता एवं कीमत माइक्रो कम्प्यूटर से अधिक होती है। इनका प्रयोग मध्यम वर्ग की कंपनियों, उत्पादन सदनों, बैंको आदि में होता है।

सबसे पहला मिनी कम्प्यूटर PDP 8 था।

मिनी कम्प्यूटर को मिडरेन्स कम्प्यूटर भी कहते हैं।

3. मेनफ्रेम कम्प्यूटर (Mainframe Computer)- मेनफ्रेम कम्प्यूटर आकार में मिनी कम्प्यूटर से बड़े होते हैं। ये कम्प्यूटर अधिक स्टोरेज वाला एवं अधिक कार्यक्षमता वाला कम्प्यूटर है, जिसे बिग आयरन (Big Iron) कहा जाता है। इसका प्रयोग रेलवे आरक्षण, बीमा क्षेत्र, बड़ी कम्पनियों एवं बड़े हॉस्पिटल आदि में होता है।

ENIAC प्रारम्भिक मेनफ्रेम कम्प्यूटर का उदाहरण था।

IBM मिडरेन्ज एवं मेनफ्रेम कम्प्यूटर में 8 बिट कैरेक्टर एन्कोडिंग पैटर्न EBCDIC प्रयुक्त होता है। EBCDIC का पूर्ण रूप Extended binary coded decimal interchange code होता है। इस एन्कोडिंग पैटर्न को 1963-64 में बाइनरी कोडेड दशमलव कोड की क्षमताओं को विकसित करने हेतु बनाया गया।

* मेनफ्रेम या सुपर कम्प्यूटरों को एक्सेस करने के लिए यूजर प्रायः टर्मिनल का उपयोग करते हैं। यूजर प्रोसेसिंग रिक्वेस्ट (Processing Request) इनपुट करते हैं और टर्मिनल के द्वारा आउटपुट का अवलोकन किया जाता है। इनपुट हेतु की-बोर्ड तथा आउटपुट हेतु मॉनीटर उपयोग होता है लेकिन टर्मिनल की प्रोसेसिंग स्पीड कम होती है।

* मिनी एवं मेनफ्रेम कम्प्यूटर में मल्टीयूजर सिस्टम होता है जो एक समय में कई यूजर्स को सपोर्ट कर सकता है।

4. सुपर कम्प्यूटर (Super Computer) सुपर कम्प्यूटर एक विशेष प्रकार का कम्प्यूटर है, जिसका संक्षिप्त विवरणा निम्नानुसार है-

सुपर कम्प्यूटर (Super Computer)

* सुपर कम्प्यूटर बहुत से प्रोसेसरों से बना तीव्र प्रोसेसिंग स्पीड एवं अधिक भण्डारण क्षमता वाला, जटिल गणनाओं को हल करने वाला कम्प्यूटर है, जो एक सैकण्ड में एक अरब गणनाएँ कर सकता है।

* सुपर कम्प्यूटर मौसम के पूर्वानुमान में, गणितीय गणनाओं में, वैज्ञानिक अनुप्रयोगों में, परमाणु ऊर्जा अनुसंधान में, सैन्य अनुप्रयोगों, आनुवांशिक अभियांत्रिकी आदि में प्रयुक्त होता है।

* सुपर कम्प्यूटर बड़ी खोज (Research) और वैज्ञानिक उपयोग के लिए प्रयुक्त होते है। जैसे - अंतरिक्ष यान को लॉन्च करने (Launching Space Shuttles), उन्हें नियंत्रित करने एवं अन्तरिक्ष में खोज करने हेतु नासा (NASA) द्वारा सुपर कम्प्यूटर का प्रयोग किया जाता है।

सुपर कम्प्यूटर में एक बेसिक साइकिल 4-20 नैनोसैकण्ड का होता है।

विश्व में सुपर कम्प्यूटर (Super Computer in The World)

दुनिया का प्रथम सुपर कम्प्यूटर CDC 6600 अमेरिकी सुपर कम्प्यूटिंग कम्पनी CDC (Control Data Corporation) द्वारा 1964 में वैज्ञानिक सेमुर (सीमुर) क्रे के सहयोग से बनाया गया।

सुपर कम्प्यूटर के विकासक्रम में विश्व का प्रथम सफल सुपर कम्प्यूटर क्रे-1 (CRAY-1) 1976 में सेमुर क्रे द्वारा बनाया गया।

सेमुर क्रे को सुपर कम्प्यूटर का जनक/ सुपर कम्प्यूटिंग का जनक / सुपर कम्प्यूटर का पिता/ Father of Super Computer कहा गया।

सुपर कम्प्यूटर के निर्माण में CRC (Cray Research Center) का महत्त्वपूर्ण योगदान रहा।

विश्व के प्रथम सुपर कम्प्यूटर का आकार बेलनाकार था।

वाटसन (Watson) IBM द्वारा विकसित किया गया सुपर कम्प्यूटर है जो कृत्रिम बुद्धि (AI) के प्रयोग से 'प्रश्न-उत्तर' देने वाली मशीन के रूप में कार्य करता है।"

EKA विशेष प्रकार के सुपर कम्प्यूटर है जो CRL (Computational Research Laboratories) द्वारा बनाया गया।

* EKA एक प्रकार से Embedded Karmarkar Algorithm क संक्षिप्त रूप है।

भारत में सुपर कम्प्यूटर (Super Computer in India)

भारत में सुपर कम्प्यूटर का प्रोटोटाइप 1990 में CDAC द्वारा बनाया गया।

भारत का प्रथम सुपर कम्प्यूटर परम 8000 (PARAM-8000) भी C-DAC द्वारा 1991 में बनाया गया।

* भारत में सुपर कम्प्यूटर की परम श्रृंखला का निर्माण CDAC द्वारा ही किया गया।

C-DAC का पूर्ण रूप Centre for development of Advanced Computing है, जिसकी स्थापना 1988 में की गई तथा इसका मुख्यालय पुणे में है।

* परम 8000 की खोज एवं विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका C-DAC के इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग में कार्यरत डॉ. विजय पांडूरंग भटकर द्वारा निभाई गई।

डॉ. विजय पांडूरंग भटकर को भारत में सुपर कम्प्यूटर का जनक कहा जाता है।

पेस सीरीज के सुपर कम्प्यूटर DRDO की लेबोरेट्री ANURAG(Advanced Numerical Research & Analysis Group) हैदराबाद द्वारा बनाए गए।

अनुपम भारत में निर्मित सुपर कम्प्यूटर है इसका आविष्कार भाभा एटोमिक रिसर्च सेन्टर मुम्बई के द्वारा किया गया।

 फ्लोसॉल्वर सुपर कम्प्यूटर नाल (NAL - National Aeronautical Laboratory) बेंगलुरु द्वारा बनाया गया।

परम पदम (PARAM PADAM) भारत में विकसित सुपर कम्प्यूटर है।

मध्यम रेंज के मौसम पूर्वानुमान हेतु पहला सुपर कम्प्यूटर क्रे एक्सएमपी--14 (CRAY XMP-14) था जिसे 1989 में National Centre for Medium-Range Weather Forecasting नई दिल्ली में स्थापित किया गया। 1

सुपर कम्प्यूटर की गति (Speed of Super Computer)

सुपर कम्प्यूटर की गति फ्लॉप्स (FLOPS) में मापी जाती है। FLOPS को पूर्ण रूप Floating Point Operations Per Second होता है।

सुपर कम्प्यूटरों में प्रत्येक वर्ड की लम्बाई की परास 64 Bit या 8 बाईट होती है।

नोट-वर्तमान (Feb. 2023) में विश्व का सबसे तेज गति वाला सुपर कम्प्यूटर फ्रन्टियर (Frontier) है, इससे पूर्व सबसे तेज गति वाला सुपर कम्प्यूटर जापान का Fugaku (फूगाकू) था।

वर्तमान में भारत का सबसे तेज गति वाला सुपर कम्प्यूटर परम प्रवेगा (Param Pravega) है, इससे पूर्व 2020 में परम सिद्धि तथा 2018 में प्रत्युष भारत का सबसे तेज गति वाला सुपर कम्प्यूटर था।

(C) उद्देश्य के आधार पर (Based on Purpose)

1. सामान्य उद्देश्य कम्प्यूटर (General Purpose Computer) 2 ऐसे Computer जो किसी भी प्रकार के कार्य को कर सकते हैं एवं ये different programs कम्प्यूटर में स्टोर कर सकते हैं। .

2. विशेष उद्देश्य कम्प्यूटर (Special Purpose Computer) - ऐसे कम्प्यूटर जो किसी विशेष कार्य को करने हेतु डिजाइन किए गए हों। इनमें प्रोग्राम या निर्देशों का समूह परमानेन्टली स्टोर रहता है एवं ये कम्प्यूटर उस विशेष कार्य हेतु ही प्रयुक्त हो सकते हैं ना कि सभी प्रकार के कार्य हेतु । C-DAC द्वारा निर्मित परम श्रृंखला के सुपर कम्प्यूटर परम 8000, परम 10000, परम अनंत, परम सिद्धि आदि है।

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